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my name is pratibha,it means inteligence.I believe that one should be hard working.by hard work you can get inteligence and success.

शनिवार, 4 सितंबर 2010

महिला सशक्तिकरण.

महिला सशक्तिकरण की चर्चा सुनायी पड़ती रहती है आज समाचार पत्रों में महिलाओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार के बारे में एक नहीं बल्कि कई ख़बरें पढ़ीं पढ़ कर मन बड़ा खट्टा सा हो गया.हमारे देश में प्राचीन काल से ही महिलाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया जाता रहा है कभी "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते .....अर्थात जहाँ नारी की पूजा होती है वहां देवता बसते हैं " यह कहकर समाज को प्रलोभित किया गया कि भैया मान जाओ स्त्रियों का सम्मान करो तो तुम्हारे घर भुत प्रेत और राक्षस आदि नहीं आयेंगे बल्कि भगवान आयेंगे,सत्पुरुष आयेंगे कभी नवरात्र में कन्या पूजन का नियम बना कर समाज और पुरुष को स्त्री जाती के आगे झुकने के लिए एक प्रकार से देखा जाये तो विवश किया गया ये सारे नियम बनाने वाले स्त्री-उत्थान के लिए प्रयास करने वाले अधिकतर पुरुष ही थे लेकिन  ये समाज और पुरुष न तो उस प्राचीन समय में बदला और न ही आज बदलने को तैयार है जब देश के अधिकांश बड़े पदों की शोभा महिलाएं ही बाधा रही हैं .मेरा मानना है इस परिस्थिति के लिए स्त्रियाँ भी किसी हद तक दोषी हैं .क्या ये सिर्फ मेरी ही सोच है या आप लोगों को भी ऐसा लगता है मैं इस बारे में आप लोगों के विचार जानने के लिए बहुत उत्सुक हूँ कुछ आप की सुनना चाहती और भीर कुछ अपनी भी कहना चाहती हूँ .अगर आप के दिल में भी इस विषय को लेकर कुछ सवाल हैं या कुछ जवाब हैं तो हमारी आपकी जरुर जमेगी नमस्कार फिर मिलते हैं.

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