बहुत दिनों से अन्य व्यस्तताओं के कारन ब्लॉग पर समय न दे सकी ,एक प्रश्न कई लोगों द्वारा पूछा गया है की यदि रसोईघर पूर्व या उत्तर पूर्व में बनाया जा चुका है तो क्या करना चाहिए ,सबसे पहले तो ये जान लें की कोई भी वास्तु शास्त्री अनावश्यक तोड़फोड़ का समर्थक नहीं होता है यथा संभव बने हुए मकानों में वास्तु सुधार कर ही सभी काम चलाना बेहतर समझते हैं .
उत्तर पू.र्व में रसोई घर नहीं होना चाहिए ,लेकिन पूर्व दिशा के रसोईघर के लिए अच्छे वास्तु उपाय मौजूद हैंऐसे में रसोईघर का उत्तर पूर्वी क्षेत्र खाली और साफ सुथरा रखें ,गैस रखने का प्लेटफार्म दक्षिण पूर्व में रखें और पूर्व की और मुंह करके गृहणी खाना पकाए.पीने के लिए एवं अन्य कार्यों के लिए पानी पूर्व या उत्तर दिशा में रखें .रसोईघर खुला खुला रहे और आवश्यकतानुसार ही सामान रखें रसोई घर को भण्डार घर या स्टोर रूम की तरह प्रयोग न करें.
दूसरा सवाल ये है की यदि घर के सभी सदस्य बीमार रहने लगें तो क्या कारन हो सकता है ,इसका उत्तर ये है की ऐसी परिस्थतियों का अर्थ यही है की घर में अवश्य ही कोई वास्तु दोष है.
आगे के अंकों में वास्तु जानकारियों सहित फिर उपस्थित होऊँगी नमस्कार.