वास्तु को किसी धर्मं या समुदाय से जोड़ कर देखना उचित नहीं है .वास्तु शास्त्र सभी धर्मों एवं समुदायों के लिए समान महत्व रखता है। जिस प्रकार प्रकृति समान रूप से सभी प्राणियों पर अपने संसाधन हवा पानी आदि लुटाती है उसी प्रकार वास्तु के नियम भी मानव मात्र के लिए समान हैं.वास्तुशास्त्र मानवजाति को लाभ पहुंचाता है,चाहे वह किसी भी धर्म या समुदाय के हों.
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